पृत्वीराजके सामने महमूद गोरी जो खेल करता था वही खेला खेलता है
और अपने मौके का इंतजारकर्ता हैं
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केजरी जब हर तरह से फंस जाता है तो कोर्टमे माफ़ी माफ़ कर छूट जाता है वही उसका असली खेल है और हम जानते है की इसी तरह पृथ्वीराज को १८ वि टाइम में परास्त लिया था और हम जो आज भुगत रहे है इस्लामिक आतंक ये केजरी वोही तक वोही चांस वोही वक्त का इन्तजार
करता है हमेशा ऐसे ही करता जाएगा जब जब पकड़ में आयेगा तब तब
मागके छूट जाएगा और उसके वक्तका इन्तजार करता रहे गए हम सनातनी हिंदुओंकी वोही दया सहिष्णुताका फायदा उठता रहेगा और एक न एक दिन ये शातिर गिगिट जूठा मक्कार अपने वक्त आने पर देशको
बर्बाद करेगा ये कीटाणुको मिटाना ही होगा ये उसकी चालकों समज
जाओ और ये ज़हरीला कोब्राको कब्जेमें करनाही होगा
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,, २६ /२/२०२४
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