(कांग्रेस) કોંગ્રેસ = ગુજરાતી મોં એક કહેવત છે , '' છાસ લેવા જવું ને દુણી(વાસણ ) સંતાડવી''
એટલેકે સત્તા,શાંન,સંપ્પત્તિ વાળો બધુજ ગુમાવ્યા પછી પોતાની જરૂરિયાત
અને ભૂખ સંતોષવા માટે ગામમાં છાસ માગવા નીકળ્યો છે પરંતુ પોતાની
દુણી (વાસણ) સંતાડે છે જે થી ગામના લોકોની આંખોમાં ધૂળ નાખી પોતાનો
વટ રાખવાનો નિરર્થક પ્રયાસ ,,,,,= આજની કોંગ્રેસ એટલેકે લહેરું કોંગ્રેસની
મોદી રાજમાં આ હાલત છે
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देशको वंशवादी पप्पुओंसे और मक्कार धूर्त लुटेरे व् देशद्रोहियोसे बचाना होगा
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बेदरकारी ,स्वार्थ और आलस मिलते है तो सोना भी जंक में तब्दील होता है ठीक बस
उसी तरह हमरे देशकी मिट्टीमें विदेशी दमक जैसी लुटेरी डकैती आक्रंति गंध मिल
जाती है और यहाकि धरतीकी रीत रस्म आचार विचार रहन
सहन व्यवहारिक संस्कृतिको नष्ट करनेमे और देश की संपत्ति लूटकर विदेश में जमा करनेमे हीलगी रहती है वंश परम्परगत अपनी जागीर समजके देश को अपने कब्जेमें रखनेकी साजिस करते रहते है वंश परम्परगत सत्तामे रहनेकी वजहसे उनका परोक्ष रूपसे देशकी कार्यपलिका न्याय पालिका और भ्र्स्ट नेताओंके झुंडपे कब्जा और साठ गाँठकी साजिस करते है ,लंबा वंश परम्परागत शाशनकी वजहसे गरीब मजबूर व् अज्ञानलोगोके मानस पलट पर उनका प्रब्भुतव जमाया हुवा रहता है उनकी पाखंडी व् शलसाजिस वाली नीतियोंके शिकार होते रहते है और उनको अपना नेता मानते रहते हैउनकी गुलामिकी बेड़ियों तोड़नेमे सक्षम नहीं रहते है अपने जीवन निर्वाह की औरअपने सामजिक मजबूरियों से बाहर निकल नहीं पाते है और उसीका ये लोग लाभ
उठाते रहते है सामान्य मानविकी जीवनको ये लोग नर्क मई ही रखनेमे सफल रहजते
है ऐसा खानदान लहेरु का वंश है जिसने अपने जैसे कई नेताओंका समूह पक्ष पार्टियोंकड़ी की है जो सभी इस देश को दमक की तरह खा रहे है लूट रहे है तोड़ जोड़ केउनका अपना स्वार्थ पोषते रहे है उनके लोग न्याय पलिकामे कार्यपलिकामे ,शाशनमेघुसे हुए है जो देशकी प्रगति विकास और सामान्य मानविकी जिउवनको ऊँचे उतनेमेरोड़ा डालते रहते है एक बुद्धू जैसे वारिस देश को नाचते है बुद्धिजीविओ की मजाकउड़ाते है और उनका विचार थोपते है लूटी हुई अखुट संपत्तिकी वजहसे देशी विदेशीशक्तियोंका साथ सहकार लेके रोज नै नै साजिस में लगे रहते है और कोई विकासपुरुषकी शक्तिको हानि पहुचनेकी हरदम कोशिश करते रहते है इस देश में ऐसेवंश परम्पराफ्त वारिस लोग नए नए अपने पिठ्ठू और देश द्रोही भ्र्ष्ट नेता पक्ष पार्टी पैदा करते रहते है इतनी सारी दुनियाभरकी कठिनाईयो पार करके उनके वेध करतेहुए अपने देशमे अच्छे देश भक्त ,संत महंत शूरवीर पैदा होते रहे है इसीवक्त देशमेमोदीजी जैसे विकास पुरुष ,निश्वार्थ सेवाभावी ,दीर्घ दृष्टि वाले नेता मिले है वो ही देशका नसीब है और देशके लोगोका भावी है देश में पप्पुओं की कमी नहीं है ऐसे
लुटेरे ,मक्कार ,जूठे,धूर्त और देश द्रोही नेताओंका सामना मोदीजी योगीजी और
अमितजी जैसे कई नेता लोग आज करते रहे है , देश की आम जनताको ये वक्त
समजके ऐसे नेता जो अपने जीवनका बलिदान देके देशकी और आम जनतके
विकासमे और कल्याणमे लगे है उनको पुरे तनमन धन से सहकार देना होगा
तभी जाके हम लोग देश को बचा पाएंगे ,,,,,,,,जय हिन्द ,,,,,,भारत माताकी जय
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,१६ /२/२०२३
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