इतियास गवा है घर लुटा है घरके ही चिरागॉने
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पनपे हुए सर्पोंका इलाज नहीं होगा तबतक दर (घर) सलामत नहीं होगा भै
एक इंसान घरको सवार्ता तो घरके और लोग उन्हीको लूटनेकी फिराकमे है
करके कोशिश तब्दीलते हर शल साजिस से घरकी आबादीको बारबादीमें वो
कमाता घरमे एक खाने खिलाने वाले अनेक आशियाना यु ही बर्बाद नहीं होता
देश की बारबादीमे विघटन वादी लोभी लालची मक्कार धूर्त व् जयचंद शामिल
ज़हर छिडकनेसे बिलसे कीटाणु कीड़े बाहर इलाज उनका पहले गर सुरक्षित
पागल कुत्तेके साथ रहा नहीं जाता भले जानसे प्यारा घरका सदस्य क्यों न हो
सभी दुश्मन मुगलई वंश केजरी वामी कामी इस्लामि आतंकी इलाज है होना
लालची शातिर केजरी लहेरुसे भी बड़ा है मारीच नेगटिव अराजकवादी नक्षली
कंट्रोलता सत्ता इशारो पर बिना पोर्टफ़ोलियोका मंत्री संत्री हिटलरी है व् आतंकी
बचाना होगा धन शान शोहरत इज्जत व् आशियानाको घरके दुश्मनोसे सुरक्षित
भोरिंग बड़ा होनेसे पहले इलाज जरुरी रखना है घर अपना विकसित व् सुरक्षित
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,,,,२६ / २ / २०२३
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