पागल कुत्ता या हड़काया कुत्तेकेके साथ दोस्ताना व्यवहार या उपदेशात्मक व्यवहार कितना योग्य ? आउल गंधी के लिए
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हम कितना भी अच्छा व्यवहार करो ऐसे लोगोके साथ लेकिन वो लोग जे सम्पत्तिके नशेमे और अपनी रियासतके वारिस्का नाशमी जो चकचुर हो
वैसे लोगोको उपदेश या दोस्ताना या पॉजिटिव व्यवहार करना अपनी कायरता ,मूर्खता और इन्सनियतके चोलेकि दम्भी शाल ओढ़ना मौतके
बुलावा देने की है इट का जवाब पाथरसे देना होगा और बातोसे नहीं
बल्कि डंडेसे व्यवहार करना होगा हड़काया कुत्ता या ज़हरीला कोबरा
को पिंजरेमे बांध करना होगा उसको ज्यादा तूल या भाई भाई करना
हमारी मूर्खता होगी पृथ्वीराज और अटलजी जैसी गलतियों करने से
हमारे विकासके और देशके लोगोकी भलाई योका अपमान होगा
रास्तेमे आये कंटकोंको या पथरोंको हटाना ही होगा उनके साथ
सहिष्णुता का व्यवहा हरगिज नहीं करना होगा ये लोग लातो के
भुत बातोसे नहीं मानेंगे ,योगीजी जैसा व्यवहार करना होगा
जय हिन्द जय माँ भारती
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,१३/९/२०२४
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