ये ,शंकराचार्य,है,या कंकराचर्य ? बोलना पड़ता है ,मुझे माफ़ करना
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जोलोग किसीके हाथो बिक जाते है किसीके गुलाम हो जाते है किसीके
बहकावमे आ जाते है या अपनी सत्ता संपत्ति वैभव शान बान आन बचाने के लिए असत्य,आधा सत्य या जन भावनाओंके खिलाफ बोलते या ऐसा व्यवहार करते है उनको हम कैसे माने की वो हमारे हिन्दू सनातनियोके विद्वान धर्म गुरु है ? पुरे देशमे अरे पुरी दुनिया जब राम मई हो गई है तब ये लोग कुछ विधर्मीयोंके बहकावमे आ जाते है ? कुछ धर्म द्रोहियोके गुलाम हो जाते है ?कुछ पुरानी सत्ता संपत्ति वाले जिन्होंने हिन्दू सनातनपे आक्रमण किया है जिन्होंने अपनी हिन्दू विरासतको लूटी है बदनाम कीहै हिन्दू संस्कृतिको हानि पहुंचाई है और कन्वर्जन द्वारा हिन्दू सनातनी संस्कृतिको नष्ट करनेकी हर साजिसे रची है ऐसे लोगोके बहकावमे आ जाने वाले हमारे पूजनीय संत हमारी हिन्दू सनातनी धरोहरको बचाने के अलावा उन लोगोके हथ्थे बन गए है ? जिन्होंने हमारे घरको लुटा है और लुटवाया है ? वैसे लोगोके प्रतक्ष्य या परोक्ष रीते गुलाम हो गए है ? ऐसे हमारे संत लोगोको हम मांन सम्मान देते है ? धर्म में बाधा डालने की कोशिश करते है ? अरे भाई साहब मेरे पूजनीय संतो गुड़ जभी खाओ अंधेरेमे या उजालेमे ऑखे बांध करके या खुली रखके वो हमेशा मीठा ही लगता है रामका नाम भगवानका नाम पूजा व स्थापना आराधना के लिए कोई मुहूर्त देखनेकी जरूरत नहीं है हमें शुद्ध मनसे शुद्ध निति रीतिसे शुद्ध व्हवहारसे कभी भी भजन कीर्तन
या स्थापना प्राण प्रतिष्ठा की जाती है ऐसे उस हवनमें हाडके फेक कर उसे
प्रदुसित न करे ऐसे हमारी हदयसे प्रार्थना है ,आप शंकराचार्य रहो हमें
उससे कोई आपत्ति नहीं है ,लेकिन आप ककंराचार्य बनाने जा रहर हो
उसका हमें दुःख है आप हमारी विरासतके पुजारी हो हमारी संस्कृतिके
निभाने वाले संत हो हमारी वर्षो पुरानी वैदक संस्कृतिकी परम्पराको
बचाने वाले और रख रेखावके रखेवाल हो आप हवनमे हाडके डालके
राक्षसोंका काम न कीजिए ये हमारी आपको हदय दिलसे गुजारिश है
वर्षोंके बाद हमें अपनी पवित्र भारत भूमिको धार्मिक नेतागिरी मिली है
जो हमारा अहोभाग्य है एक पवित्र मनवाला शाशक मिला है मोदीजीके
रूपमे उनको हम साथ और सहकार दे उनकी शुद्ध और कठिन तपस्याको उनकी साधनाको उनकी ये श्री रामजिकी पवित्र प्राण प्रतिष्ठामे
बाधाए न डाले आपको आना न आना ये आपकी मर्जी है आपको कोई
फोर्स या जबर जस्ती नहीं है आप अपने पद पर बने रहिये हमें कोई
आपत्ति नहीं है ,,,, लेकिन ये पवित्र प्राण प्रतिष्ठा में बाधा न डाले ,,,नमन
जय श्री राम ,जयश्री राम जय जय श्रीराम
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,,१८/१/२०२४
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