राष्ट्रकी भलाईके लिए मैनेजमेंट,वहीवट,पावर,या कानूनी सत्ता पर कब्जा या हकूमत किसी विदेशी सोच या विदेशो मूल वाली व्यक्ति या व्यक्ति समूह का न होनाचाहिए
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इस देश की मिट्टीके जनरेशन वाली व्यक्ति या व्यक्ति
समूह का होना ही चाहिए जो इस देशकी मिट्टीमे पैसा हुए लोगोकी मूल
भावनाए समज शके उसमे जयचंद जैसे मकार धूर्त गिरगीटीए सत्ता लोभी
लालची लोगोको भी वहीवट या देशकी किसीभी जिम्मेदारिसे दूर रखना है
और रखना होगा तभी ज जाके देश में फिरसे कोई आक्रांता डकैत लुटेरे
ऐयास घुस न पाए और यहाँ फिरसे उनका कोई एजंडा न फैलाए ,वो फिर
कोई कनवर्जनका हो या जिहादी हो या देशको कब्जाकरनेकी कोई छुपी
साजिस हो इन सभी बातोसे हम राष्ट्रवादी लोग अपनी सनातनी सल्तनतको
अपनी सनातनी वैदिक संस्कृतिको और अपनी गुरुकुल परम्पराको अपनी
हिन्दू रीती रस्म को बचा पाएंगे और आने वाली अपनी नै जनरेशन को अपनी
सखावत का ज्ञान दे पाएंगे ,अपने रामायण ,गीता ,महाभारत उपनिषद वेद
पुराण और ऋषिमुनि रीती को समजा पायेंगे ,निति नियम
नियति ,सत्य अहिंसा ,धर्म ,दया , और शौर्यताका पूरा ज्ञान दे पाएंगे अपनी
आयुर्वेदिक पद्धति से योग से अपनी शारीरिक सुखाकारीका इलाज और
रख रखाव कर पाएंगे किसी विदेशी वामी कामी इस्लामी या नक्षली लेफ्टिस्ट
से इस देशकी महान संस्कृतिको बचा पाएंगे हमे हर एक हिन्दू
सनातनी को जगाना होगा और इन्हे अपनी महान विरासतको याद करना
होगा ,और इनका सहकार लेना होगा उनके भर्मित हुए मन मस्तस्को
सुधारना ,समजाना और सव्वारना होगा
====प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,३ /३ /२०२४
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