भारतीय न्यायपालिकामे चंद्रचूर्णका काला अध्याय
=========================
कॉलेजियमकी पैदाइश कौउंटबिक वंशवादी परम्परासे पूरा न्यायतंत्रको
बंधक बनाया हुवा है मुठ्ठी भर फॅमिलके कब्जेमें देशका न्यायतंत्र ये चंद्रचूर्ण
जैसे कॉलेजिययंकी पैदाइशने नीतिमत्ता न्याय लाज शर्म इंसानियत निति नियम
कानून सभीका खून मर्डर करके अपनेको बचानेमे देशकी इज्जतको और
कार्यपालिकाको शाशनको देशकी लोकशाइसे प्रचंड बहुमतसे बनी सरकारको
अपने जेबमे रख दी है इस देश की लोकशाहिका मर्डर करदिया है कॉलेजियकी
सिस्टम्की पैदाइश देश की लोकशाभा राज्य सभा , राष्ट्रप्रमुख देशके प्रधानमंत्री
सभीको जेबमे रखनेकी कोशिश की है देश का कानून को ससविधानको भी
इस कोलेजियम सिस्टम द्वारा अपनेको सर्वोपरि स्थापित किया है सामान्य मानवी
की पीड़ा सामान्य मानविका न्याय को ठेंगे पर रख दिया है और उनकी शक्तियोंको राष्ट्रद्रोहियोको षड्यन्त्रकारियोंको बचनेमे लगा दी है ये मुठी भर
कॉलेजीम्की पैदाइश्से देशको बचाना होगा न्यायतंत्रको बचना होगा देशकी
लोकशाहीको बचानी होगी देशके सविधानको बचना होगा देशकी गरिमाको
बचानी होगी इन कीटाणुओंका इलाज करना होगा ये ऐयास बेईमान वंशवादी
क़ानूनी लुटेरो से देश को बचाना होगा देश को बरसो बाद एक अछा ईमानदार
सुजबुझ वाला न्यायप्रिय बाहोश प्रधान मंत्री मिला है जिन्होंने देशकी शान दुनियामे
बढ़ाई है और देश को एक बड़ी खाई मेसे बाहर निकाला है कई लुटेरे डकैत
ऐयास लोगोसे देशको बचाया है और सुवर्ण पथ की आगे ले जा रहे है उनको
लोग पहचाने और उनका साथ मजबुतीसे पेश आना होगा और ऐसे न्याय तंत्रको कब्जेमें रखनरवाले कीटाणुओंको नष्ट करनेमे मदद करनी होगी
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,,६ / ७ / २०२३
No comments:
Post a Comment