Friday, 23 June 2023

 अलीबाबा और चालीस चोर = हिन्दुस्तानी विपक्ष 

==============
चोर डकैत लुटेरे ऐयासी धूर्त मक्कार जनतासे धोखेबाज शठ उनको जितने भी 
शब्दोंसे नवाजे कम ही है साथ में देश द्रोही भी है राष्ट्र द्रोही भी है सभी विपक्षी 
अब्जो खरबोमे खेलते है और ये सभी संपत्ति माल मिलकत देशकी संपत्ति और 
जनताकी गाढ़ी कमाई लूटके बनाई है आम जनता महंनत मजदूरीसे देशको 
आगे बढ़ानेके लिए अपना योग दान टेक्ष के स्वरुपमे देते है और ये चोर लुटेरे 
डकैत लोगोको मुर्ख बनाते है सेवाके नामसे प्रजाके कल्याणके नामसे और चुनावमे जाती धर्म ,भाषा प्रांतवाद और मजहबी बखेड़ा करके प्रजाको अंदर 
अंदर लड़वाते है और दो बिल्लियोंकी कहानी की तरह रोटीके टुकड़े 
बॉटनेका खेल रचाके अपनाही पेट भरते है और सत्ता संपत्ति इकठ्ठी करते है 
और अपना वंशवाद पेढ़ी दर पेढ़ी चलाते आये है ,किसी भी पार्टी पक्ष को देखों 
जो उन्होंव अपने अपने वांशजो को ही सत्तामे रखे है भाई भतीजा वाद से ये लोग 
उनकी सत्ता बानी रहे वैसे ही देश में एक माहौल खड़ा क्र दिया है लोक शाहीको 
बदनाम की है और समाजके टुकड़े करते गए है किसी भी विपक्ष के नेताको 
आप देशझ लो सभी मालेतुजार है फिर वो नेता कोई दलित हो या कोई सुवर्ण 
जाती का हो ,या कोई वामपंथी होया कोई मुस्लिम हो या कोई कोम्युनिष्ठ हो 
कोई भी विपक्षी नेताको आप देख लो सभी विपक्षी नेता अपने अपने पुर्खोके 
नामका या गुडविलका या वंशवादीपनासे आज ऐयासी करते है सभ लोग 
अब्जोपती खरबोपति और सम्पत्तिवान है ये देशमे राजाशाहीको भी इन लोगोने 
शर्मिन्दा कर दी है सभी विपक्ष सेवा परजाकल्याण के नामसे उनके घरकी 
तिजोरियों भरी है फिर नए नेता हो या कोई पुराना नेता हो ,सभी एक जैसे 
लुटेरे डकैत देश द्रोही है ,ममता ,माया ,ओबेसी ,पवार ,केजरीवाल ,लालू 
मुलयम , अब्दुल्ला फेमिली , महबूबा मुफ़्ती, करुणा निधि या स्टालिन या 
खालिस्तानी ,खोंग्रेसी ,वाय एस रेड्डी ,नायडू ,नहेरु खानदान ठकरेखांनदन 
गुजरातके एहमद पटेल सभके सभी खानदानी लुटेरे सभी कोंग्रेसी लुटेरे है 
इन्होने देशकी लोकशाहीको बदनाम की है समाजके टुकड़े टुकड़े किये है 
इन सभको देश की जनता पहचाने और चुनावमे पाठ पढ़ाये और लूटी हुई 
देश की सम्पत्तिको वापस लेनेमें मोदीजीको साथ और सहकार दे  इन 
चोरोंको नंगा  करके  देश की सम्पत्ति वापस लेनेमें चुनावमे मोदीजीको 
वोट देके अपना योग दान दे   जय हिन्द भारत माताकी जय 
===प्रहलादभाई  प्रजापति ,,  २३ /६ / २०२३ 

No comments:

Post a Comment