आज़ाद भारतके ७५वा अमृत महित्वमे नए संसदभवन की शुरुआत
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नए संसदभवन की एंट्री मुगलवंशी लहेरु कोंग्रेसियोसे मुक्त करनी होगी
डकैत लुटेरे देशद्रोही नक्षली व् भ्रस्टाचारीयोसे देशको मुक्ति मिलानी होगी
रामराज्यकी निम्ब्में समभाव शुद्ध नियतसे सेवाभावका सिंचन भरना होगा
विदेशी ताकतोको मिर्जाफरोसे व् देशी जयचन्दोंसे हमें मुक्ति मिलानी होगी
जाती धर्म मजहबी प्रांत व् भाषावादके मारीच बने रावणोसे मुक्ति पानी होगी
सत्तामे बैठके धोखे प्रपंचसे बनाई सम्पत्तिको देशके खजानेमे लानी होगी
अफसर बाबुओकी आयसे ज्यादा सम्पात्तिका ब्योरा कर अधिक संप्पत्ति
कुर्क करके सत्तासे फरजियात निवृत्ति देके दंड व् पिटाई करनी होगी
न्यायके नामसे लूट मचाके मक्कारी करते वकील व् न्यायाधिसोसे मुक्ति
पाके बिन जरुरी अंग्रेजी व् विदेशी कानूनसे न्यायतंत्रको बचाना होगा
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,,,,८ /४/२० /२०२३
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