लहेरु कांग्रेस एक सफ़ेद पॉश आतंक वादियोका जयचंदोका झुंड है
==================== कांग्रेस और उसमे भी लहेरु खानदान देश को अपनी जागित समझती रही है और उसके साथ मजाक ही करती रही है आप इतियास उठाके देख लो मोटोलालने अपने वंशजको गद्दी दिलानेमे अपना हुलिया जाती छुपाई और धोखेसे जहा नौकरी करता था उसकी संपत्ति हड़प ली उसके बेटेको गद्दी दिलनेको सभी तरहकी साजिसे की और गाँधी को मनवाया फिर नहेरुने यानी मुगलवंशी जिसके बापदादाओने उनके नाम जाती बदल दी थी और नहर के किनारे वास्वत करनेसे नहेरु बनेथे उस नहेरुने सरदार वल्लभ भाई पटेलको धोखा दिया और मोहन लाल करमचंद गांधीकी गॉद में बैठके बिना बहुमत पीएम बन गया ये गांधीकी महँन भूल समजे या जवाहरकी चाल साजिस धोखा ? फिर इन्दिराने लालबहादुर शास्त्री के साथ ताशकंदमें मरवाके गद्दी हड़पी फिर इंदिराको उसके के कर्मोका फल मिला और गोलियों खाके मरी तो एक पाइलोटको जिसको राजनीतिका ' र ' भी मालुम नहीं था उसको बिठा दिया उसके बाद विदेशी नारिके हाथमे परोक्ष रीतिसे पावर हाथमे आया जिसने गद्दी लेनेका प्रयास किया पर देशके बुद्धिजीवी को मालुम पड़ गया तो उसने अपने एक मूंगे पपेटको गद्दीपे बिठाके परोक्ष रीतसे देश पर कब्जा जमाया धीरे धीरे देशके सम्ज्मे आने लगा ये विदेशियोकि साजिस चाल चलगत लूट फाट और देशको और कई सारे टुकडोमे बटनेकी बू आने लगी देशको तबाह करनेकी साजिस धीरे धीरे खुलने लगी देश को हिन्दू धर्मको और सनातनियोको टुकडेमे बाटके जाती धर्म पंथ क्षेत्र ,भाषा ,दलित ,सुवर्ण ,उच्च नीच अनेक टुकडोमे बॉटनेकी गंध आ गई और देशमे लोग उनकी चाल साजिस समज गए एक पागलको गद्दी पर बिठानेकी साजिस लोग समज गए और देश कोआर एस एस जैसे संघटन मिले मोदी जी जैसे नेता मिले कई सारे देश भक्त राष्ट्र भक्त नेता
मिले देश की प्रजा उन विदेशियोकि ,लुटेरोकि ,आक्रान्ताओकी ,वामियोकि कोम्युनिष्ठोंकी ,
कट्टर इस्लामियोकि कंवर्जनी चाल साजिस ,समज गए और देश
एक होने लगा सनातनी हिन्दू उनकी चाल साजिस समज चुके उसमे राष्ट्रभक्त
मीडिया देश प्रेमी जर्नालिस्ट भी आगे आये और ये लुटेरोको ,जयचन्दोंको ,डकैतों
उनकी पोल पट्टी सम्ज्मे आ गई और जनताके सामने मोदी सरकारने खोल दी है
अब ये पागलोको लुटेरोको ,डकैतोको जयचन्दोंको विदेशियोंको उनकी ओखात
दिखाके न सिर्फ जेलमे डालना है बल्कि लुटा हुवा धन सम्पत्ति भी देशकी तिजोरी
में जमा करवानी है उसमे मोदी सरकारको हमे हर तरहसे साथ देना होगा
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,१२ /३/२०२३
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