मेरे देशकी आम जनताके हाल हवाल
================= मि. लॉर्डो का ज्ञान और उनकी टिप्पणियों कहा छुप गई है ? सुशांत सिंह के केसमे ? पूरी की पूरी सुप्रीमकोर्ट चुप क्यों है ? जो नूपुर शर्मा के केसमे टिप्पणियों करते थे किसान ओदोलनमे बैठे लोगोने पूरी दिल्ही के घरके रखा था और उन्होंने ज्ञान दियाथा शाहीन बाग़ का ऑदोलन हो या कोई भी तुष्टि करणकी निति या लघुमतिका कानून हो सभी में उनकी जीभ पर बर्फ जम जाता है उस वक्त उनका दोहरा रवैया रहता है हिन्दू त्योहारोमे दही की हांडी की ऊंचाई वे लोग तय करते है नवरात्रिमर कितने बजे तक गरबा होना उसका टाइम वो तय करते है साउथ इंडियाका कोई त्यौहार हो या अयप्पा टेम्पलमे स्त्रियों प्रवेशमे भी वो टांग अड़ाते है हिन्दू मंदिरोंकी आय पर कब्जा और उस पे सरकारी नियतंरण मस्जिदोंके मौल्विओको तन्खा पुजारिको कुछ भी नहीं मंदिरोंकी आय पर कब्जा करके ईसाई मुस्लिमोंको बॉटनेका ये कहाका न्याय ? इनको सुप्रीम ठेका बोले तो क्या गुनाह होता है ? कोलेजियम सिस्टम को बचाने पूरी कीपूरी उच्चन्याय पालिका हर ताहरहके तथ्यके बहाना देते दिलवाते है और अपना
परिवारवाद बचाने में लगे है इसी तरह देश की जनताकी ओखामे धूल जोक
रहे है और इस देह का आम इंसान कोर्टमे तारीख पर तारिक के चककरमे फसा
जा रहा है पढ़ी दर पढ़ी न्याय लेनेमें गुजर जाती है ,यहाँ न्याय बिकता है न्याय दिया
नहीं जाता है लेकिन सत्ता संपत्ति वाले लोगोसे न्याय खरीदा जाता है ,और यर मि. लार्ड
उनके नैतिक आर्थिक व् सामाजिक गुलाम होक मजे ले रहे है वह मेरे देश की
आम जनता कैसे पीस रही है इन लोगोसे ,,,,,,,,२९/१२/२०२२ प्रहलादभाई प्रजापति
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