हिन्दुस्तान के सनातनी हिन्दू कबतक ये मुगलोंके वंशजोंकी गुलामी करेंगे ?
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इस देशमे आये हुए डकैत लुटेरे ऐयास और अराजकतावादी निति नियमोंको दुश्मन राक्षसी मनोवृत्तिवाले मुगलोंके वंशज है जो यहाँ अपने लोगो द्वारा अपनोको गुलाम बनाये है, उनका मैंन और बड़ा शश्त्र यानि
हथियार यहाके जयचंद है उन कुछ जयचंदो के सहारे पूरी खोंग्रेस पार्टी
बनाई है खड़ी की है ये यहाके निवासी सनातनी हिन्दू कुछ सत्ता सम्पत्तिके
टुकडोके लिए अपने जमीर बेच रहे है और उनकी अपनी आनेवाले पढियोंको गुलमिके फ़ंदेमे डाल रहे है जितने भी हिन्दू सनातनी कोंग्रेसी है
सभी के सभी गुलाम सत्ता संपत्ति के लोभी लालची है जो पुरे हिन्दुस्तनके
सनातनियोके दलाल बने हुए है एजेंट ब्रोकर व् देश द्रोही बने हुए है जो इस
खानदानकी गुलामी करते आये है ये विदेशी है और विदेषियोंके सहारे देशको लूटना और लुटवाना चाहता है इन्होने अपने निजी संस्थानोंमें जैसेकि नहेरु , राजिव गाँधी फ़ाउंडेशनमे या उनकी निजी संथानम कितने
ओबेसी या दलित या आदिवसीको स्थान दिया है ? कितने दलितोको बिछडोंको आदिवासी को या ओबेसिको अपने निजी संस्थानोंमें पद दिया है ? नहीं दिया है क्यों ? और ये लोग यहाके बिछड़ोकी आदिवासियोंकी ओबिसियोकि दलितोकि पंचायत करते है ? क्यों ? अपने घरमे किसको
बुलाके स्थान दिया है ? ये अपनेको बड़ा और महान समझते है और ऐसेही
हिंदुस्तानके लोगो पर राजकरना चाहते है ये लोगोकी कौनसी जाती है कौनसा धर्म है सबी छुपाते है वो जाहिर नहीं करते और इस देश के लोगोकी जाती धर्म पूछते रहते है और उनको आपसमे लड़वाते है वो भी
अपने यहाके हिन्दू जय्चन्दोके सहारे जागो , जागो सनातनी हिन्दुओ जागो
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,, १८ /८ २०२४
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