Sunday, 4 August 2024

 


हिन्दूका “ह ” का जिसको ज्ञान नहीं वो हिन्दुकि बात करता है ये मिश्रण की पैदाइस की कौनसी जात है ? जिसे हम कहते है बाप मूली और माँ गाजर

= आउल गन्दकी , ये गंदकी देश के विकासमें बाधा है ,देश का दुश्मन है

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ये जाती केमिकल मिश्रण की टेबलेट हमारी हजारो साल पुरानी दुनियाकी श्रेष्ठ संस्कृतिको,सखावतको,परम्पराको,अपने गंदे मुहसे गाली दे रहा है, उसकी ना समझदारीसे,बचकानापनसे अपने डकैती लुटेरे ऐयासी वंशजों

की डेनसे और हमारे हिंदुओंकी सहिष्णुताका लाभ उठाके हिन्दुकि इज्जत

ले रहा है , ये बालककी शान ठिकाने लगानी होगी ,ये बाहरी शक्तियोंका

दलाल बनके ,चीन और ज्योर्ज सोरोस्का एजेंट दलाल हमारी हिन्दू जातिको

पेल रहा है ? ये वामपंथी,कोम्युनिष्ठ और इस्लामिक मिश्रण, दुपेरकी पैदाइश को नाइंटी नर्वस को विपक्ष क्या गद्दी मिल गई तो बंदरकी तरह

उस डालसे इस डाल पर कूदने लगा ,अरे भाई अपनी माँ से पूछो की मेरा

बाप कौन है ? पहले अपने घरसे सभी तरहकी सफाइयों करके निकलो

बादमे हिन्दुओको आपसमे बॉटनेकी कोशिश कीजिए बादमे हुंदुओंकी उनकी जातिओका ज्ञान देने निकलिए एक विदेशी नारिकी कोखसे पैदा हुवा इंसान इस देशकी मिट्टीको नहीं पहचान शकता इस देशकी धराके

कण कण में हिंदुस्तानी आत्मा बसा हुवा है ये विदेशी रेडीमेड ज्ञानवाला

उधार उसिनी बुद्धि लेके अपने विदेशी आकाओकी ताकत लेके देशको

बाटने निकला है अगर ये अपने डकैती लुटेरे ऐयासी वंशजोंकी पैदाइश

न होता तो एक चपरसिकी भी लायकात नहीं है ऐसे इंसानको हमारे

मंदिर जैसी संसद में प्रवेश तो दूरकी बात है उसके गेट पर जानेकी भी

इजाजत नहीं होती खैर मेरे मनको हादसे ज्यादा बाहर जाके बोलना

पड़ा है लिखना पड़ा है मुझे क्षमा करना मुझे माफ़ करना ऐसे लोगोको

उसका आयना दिखाना मई मेरी देश भक्ति मानता हु ,मुझे क्षमा करना

हमारे यहांके नए नए जयचंद जो उनको साथ सहकार दे रहे है अपने

निजी स्वार्थ और सत्ताके लिए वो समज जाए की जयचनदोका क्या हाल

हुआ था उनको कैसे मौतके घाट उतारे गए थे जब ये ऐसे डकैती लुटेरे ऐयासी लोगोका मकसद हो जाता है बादमे जयचंदोको मार देते है

उनको अपने रास्तेसे हटा देते है वो ख्याल रखना और मुझे क्षमा करना

===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,१ /८/२०२४

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