लहेरु खानदान व् उनका वंशज आउल गंधी अँधेरी नगरी गांडू राजा
==================
ये आउल गंधी और उसके पूर्वज इस देशके अँधेरी नगरी व् गांडू राजा
की तरह इस देशको लुटा डकैत की तरह पूरा खानदान बना है जयचंद व्
मीरजाफर पैदा करनेकी फैक्ट्री यहाके सत्ता संपत्ति पिपासु ,लोभी व् ऐयासी
लोगोका झुंड इकठ्ठा किया है उन्होंने देशमे ऐसे जयचंद व् मिर्जाफरोको
इकठ्ठा करके अपनी सत्ता जमाई और देशकी संपत्ति लूटी विदेशमे उठा ले
गए है अभी भी ये लोग विदेशियोंके सहारे और यहाके जयचंदो मीरजाफरों
द्वारा दजला टुकड़ा करनेमे लगे है उससे फिर से आने वाले कुछ समय तक देशको लूटनेका प्लान बना रहे है सनातनी सहिष्णु हिन्दुओंकी कमजोरिकी नस परख गए है और इस से देशमे जातिवाद ,धर्मवाद, प्रांतवाद ,उच्च नीच ,दलित सवर्ण ,ओबीसी और ऐसे अनेक रीतिसे यहाके
लोगोमे भरम , वैमनस्य पैदा करके आपसमे लडवाके देशका टुकड़ा करनेमे लगे है ,जैसेकि पुरानी एक कहानी है दो बिल्ली और बंदर की
जो रोटीके टुकड़ेको बॉटनेको बंदरके पास जाती है और वो बंदर तराजुमे
तोलता है दो टुकड़ा करके उस वक्त ये बंदर एक बड़ा व् दुसरा छोटा टुकड़ा बनाके तराजुमे तोलता है और दो बिल्लियोमे न्यायका नाटक करता है जैसे एक पल्ला भारी होता है तो उसमेसे एक टुकड़ा निकल के खा जाता है बादमे तोलता हैतो दुसरा पल्ला भारी होता है फिर उसमेसे टुकड़ा निकल के खा जाता है ठीक वैसे ही करता जाता है और पूरी रोटी खा जाता है और ये दो बिल्लियों भूखी मर जाती ही या रहा जाती है ठीक वैसे ही
ये लहेरु वंशजन देशमे ऐसे गेम में डूबे है और विदेशियोंको भी उसमे शामिल किये है यहाँ के जयचंद ,व् मीरजाफर उनकी शल कपट की
गेममें पूरा साथ व् सहकार दे रहे है ,हिन्दुओ जागो जागो नहीतो आप
सबकुछ लुटा देंगे बादमे चिड़िया चूक गई खेत फिर पछताने से क्या होगा ?
जागो सनातनी हिन्दुओ जागो ,, जयहिन्द ,,, जय माँ भारती ,,,,,
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,,,१७ /८/२०२४
No comments:
Post a Comment