हिन्दू सनातनियोका अहोभाग्य (मोदीजी )
=================== अमरीका अपनी राजनितिक चमक दमक खो चुका है वोअपनी विरासतका गुमान लेके घुमा है और अपना
डंडा चलानेकी कोशिश करता है बराक हुसैन ओमबाको समझनेमे
उनका नाम ही काफी है दुनियाको समज लेना चाहिए इंसान कितनाही
बड़ा हो लेकिन उसकी गर्भित मुराद बाहर आ ही जाती है इस्लामिक है
और उसको वामपंथी लोगोकी सोच भी उसको धक्का देती है और इन
सोच और समज दुनियाके सनातनी लोगोके सामने आहि गई है जिनको
आर ऐस एस की पाठशालामें पढ़ा हुवा इंसान जैसे की मोदीजी इनको
अच्छी तरह पहचान जाते है ,आर एस एस दुनियाका और समझका
बहेत्रिन समजदारिकी पाठशाला है जो पूरी सनातनी समजदारिको सोच
है जैसेकि महा भारतमे श्री कृष्ण की भूमिका थी ठीक वैसे ही मोदीजीकी
भूमिका है श्री कृष्णकी गीता का पाठ सोच और समज और ठीक वैसी
राजनीति के समजदारिसे मोदीजी अपनी कार्यवाही करते है किसीभी
जटिल राजनीतिकी मडागाँठ उकेलनेमे मोदीजी माहिर है जिनको
समझनेमे दुनियाके बड़े बड़े लोग मार खा जाते है मोदीजी खुद ही
एक पाठशाला है जो नीतिमत्ता नियत सत्य अहिंसा मानवताका और
राष्ट्र प्रेमी राष्ट्र उद्धारक मानवीय कल्याण त्याग सेवाकी मोदीजी मूर्ति है
इनको समझनेमे दुनियाको बहुत देर लग जायेगी जो लग समजे है
उनका संमजो उद्धार हो गया भारतीय पुरानी सभ्यताका वसुधैव कुटुंब
कम का एक और एक आधुनिक कौटील्य राजनीतक सोच मोदिजीके
अंग अंग में भरा पड़ा है भारतीय समाज और हिन्दू सनातनी लोगोका
अहो भाग्य है जिनको मोदीजी जैसे कर्मवीर ,व् कृष्णनीतिका राजनेता
मिला है हमारा हिन्दू सनातनियोका सौभाग्य है
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,३१ /३/२०२४
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