सनातन सत्य कभी नष्ट नहीं होता उसका कभी अंत भी नहीं होता
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लुटेरा डकैत व् ऐयास लहेरु और उसका खानदान देशकी लिए पनोती ये बहुरपिया और खानदान भी बहुरपियाने देश में कई उनके जैसे सफ़ेद गुण्डोंको पैदा किया है
जितने भी विरोध पक्ष के नेता बने बैठे है और नए नए किरदार पैदा होते रहते है ये
सब उस लहेरु और उसके खानदानकी पैदाइश है इतियास गवा है सभी बहुरपियोका खात्मा ही हुवा है और वो लावारिश होते चले है रावण बहुत ही शक्तिशाली और
बुद्धिवाला था लेकिन जब बहुरपियाका रूप धारण कक्रके गंदा समाज द्रोही नीतिनियम द्रोही असत्यका मार्ग लिया तो उसका वंश नष्ट हो गया जब की रामका युग हुवा और वंश कुल की लम्बी लकीर होती चली आई लेकिन नाश नहीं हुवा ठीक वैसे ही सनातनी
परम्परा। वेद पुराण गीता रामायण महाभारत और ऋषि मुनि परम्परा का ज्ञान व् उसकी रीत रस्म निति सोच आज भी ज़िंदा है उसका कभी अंत ही नहीं है जब की
कनिष्ठ भ्रष्ट जूठे चालबाज सठ धूर्त राजा नेता या लोग या लोगोका समूहका अंत निश्चित है थोड़े समय या दो तीन पढ़ी तक सिमित रहता है ये सनातन सत्य है इतियासकाओ
पढ़ो और पढ़ाओ लेकिन एक सत्य ये भी है की जैसेके साथ तैसा व्यवहार ही अपना
अस्तित्व बचानेमें काम आता है न्यायिक तौर तरीकेसे आगे बढ़ते रहना होगा
===प्रहलादभाई प्रजापति ,,,,,,२९ /५ / २०२३
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